बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम

बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम Hindi

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बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम

आजकल मौसम में तेज़ी से बदलाव आ रहा हैं। जिसकी वजह से हमारे शरीर का भी तापमान लगातार बदलता हैं। लेकिन जब हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करने वाली प्रणाली काम करना बंद कर देती हैं या फिर आउट ऑफ़ कण्ट्रोल हो जाए , तो हमारे शरीर को बुखार हो जाता हैं। अक्सर हमारे शरीर की प्रणाली काम करना तब ही बंद करती हैं , जब मौसम तेज़ी से बदलता हैं। ऐसे में हमे अपने शरीर का ख़ास ध्यान रखना चाहिए।

आपने अक्सर देखा होगा , जब आप गर्मी या तेज धुप से ठंडी जगह पर जाते हैं या फिर कुछ ठंडा खा ले , तो आपको तुरंत छींक आ जाती हैं और आपको जुकाम हो जाता हैं। ऐसे में जब आप अपने जुकाम को ठीक करने के लिए कोई उपचार नहीं करते हैं तो आपके शरीर को बुखार जकड़ लेता हैं। इसीलिए कहते भी हैं , कि जुकाम को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इसका तुरंत उपचार करना चाहिए , वरना ये शरीर को इतना कमजोर कर देता हैं , कि बीमरी से लड़ने की शक्ति भी खत्म हो जाती हैं। इसीलिए आपको बड़ी आसानी से बुखार भी हो जाता हैं।

कुछ लोग ऐसे होते हैं , जिनको आसानी से बुखार या जुकाम नहीं होता हैं। उनकी इम्युनिटी बहुत मजबूत होती हैं। उनके शरीर में बीमरी से लड़ने की भी शक्ति काफी अच्छी होती हैं। लेकिन सबका शरीर ऐसा नहीं होता हैं। बुखार में पुरे शरीर में अकड़न और कमज़ोरी आ जाती हैं। 

इसीलिए जल्द से जल्द बुखार को ठीक करने के लिए दवाई ले लेनी चाहिए। कुछ लोग हर्बल इलाज़ पर विश्वास करते हैं , तो कुछ लोग आयुर्वेदिक दवाई पर। लेकिन आज हमने अपने इस आर्टिकल में बुखार को ठीक करने के लिए बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम बताए हैं। जो बेहद असर्दायिक होती हैं। तो अगर आप भी ” बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम ” जानना चाहते हैं , तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े।


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बुखार क्यों होता हैं?

इससे पहले हम ” बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम ” जाने, हमे ये जानना बहुत जरुरी हैं , कि आखिर बुखार होता क्यों हैं ? तो चलिए, हम आपको बताते हैं।

हमारे शरीर में बुखार जैसी स्तिथि तब बनती हैं , जब संक्रमण वाले कीटाणु हमारे शरीर में प्रवेश करके सफेद रक्त कोशिकाओं ( Red Blood Cell ) के साथ सम्पर्क में आते हैं। ऐसे में ये कीटाणु बुखार करने वाला पदार्थ पैदा करते हैं। जो हमारे दिमाग में तापमान केन्द्रित करने वाली कोशिकाओं को प्रभावित करता हैं। इससे बुखार हो जाता हैं।

इसके आलावा अगर दिमाग में तापमान केंद्र करने वाली जगह पर चोट आ जाये , तो भी बुखार होता हैं।

बुखार का लक्षण क्या होते हैं ( Symptoms Of Fever ) ?

अगर आपको शक होता हैं , कि आपको बुखार हुआ हैं , तो यह सही तरीके से पता लगाने के लिए बुखार के लक्षण भी देख सकते हैं , जो कि हमने नीचे दिए हैं।

  • सिर दर्द
  • मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द
  • कमज़ोरी महसूस होना
  • आलस आना
  • शरीर का तापमान ज्यादा होना
  • पसीना आना या फिर ज्यादा सर्दी लगना
  • जी मिचलाना
  • उल्टी लगना
  • आँखे लाल होना

बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम (बुखार के लिए medicine और tablets):

बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम List:

01. Acetaminophen: ये दवाई टेबलेट और मेडिसिन, दोनों रूप में मिलती हैं। अगर आपको बुखार हुआ हैं , तो आप ये मेडिसिन ले सकते हैं। ये बुखार ठीक करने में बहुत असरदायक हैं। इसके आलावा अगर आपको सरदर्द, थकान, या फिर कमजोरी महसूस होती हैं , तो भी आप इसको ले सकते हैं।

02. Aspirin: अगर आपने अपने शरीर का तापमान check किया हैं और इसमें बुखार आया हैं , तो आप इसको ठीक करने के लिए Asprin ले सकते हैं। ये बुखार को ठीक करने के लिए रामबाण मानी जाती हैं। ये तुरंत सर दर्द, सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार में आराम देती हैं। इसके आलावा अगर आपको खांसी और जुकाम भी हैं , तो ये इसको भी दूर करने में बहुत प्रभावकारी मानी जाती हैं। ज्यादातर डॉक्टर इसी टेबलेट को लेने की सलाह देते हैं।

03. Ibuprofen: ये टेबलेट बुखार ठीक करने के लिए भारत में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली टेबलेट में से एक हैं। ये टेबलेट बुखार, खांसी, जुकाम और बदनदर्द ठीक करने के लिए इतनी प्रभावशाली हैं , कि इसको भी रामबाण से कम नहीं माना जाता हैं। Ibuprofen टेबलेट शरीर में बुखार के बैक्टीरिया को जड़ से खत्म कर देता हैं।

04. Ketoprofen: अगर आपको बुखार के साथ-साथ सिरदर्द, कमजोरी और बदनदर्द भी हैं , तो केटोप्रोफेन टेबलेट बड़ी जल्दी असर करती हैं। इसके आलावा ये जुकाम को भी ठीक करने के लिए इस्तेमाल की जाती हैं।

05. Paracetamol: पेरासिटामोल टेबलेट के बारे में शायद ही कोई व्यक्ति हो , जिसको ना पता हो। ये बुखार के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली दवाई हैं। ज्यादातर डॉक्टर बुखार के मरीज को यही टेबलेट देते हैं।

नोट Or Disclaimer: जब भी आप बुखार में हो और मेडिकल स्टोर पर ये ऊपर बताई गयी टेबलेट लेने जाए , तो एक बार डॉक्टर से भी परामर्श कर ले। आपके डॉक्टर आपको सही सलाह देंगे , कि आपके लिए कौन सी दवाई कितनी असरदार होगी। क्यूंकि हर एक शरीर के लिए अलग दवाई होती हैं।  

बुखार के लिए आयुर्वेदिक दवा या घरेलू नुस्खे:

वैसे तो हमने जो ऊपर बुखार को ठीक करने के लिए ” बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम ” बताया हैं। वे सभी आपको ठीक करने के लिए लाभदायक हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं , जो अंग्रेजी दवाई को लेने में थोडा परहेज करते हैं। उन्हें आयुर्वेदिक या फिर घरेलू नुस्खे ज्यादा पसंद होते हैं। अगर आप भी उन्ही लोगो में से एक हैं , तो हमने आपकी सुविधा के लिए नीचे बुखार को कम करने के लिए घरेलू नुस्खे भी दिए हैं। चलिए, इन पर भी नज़र डालते हैं।

धनिया की चाय

अगर आपको बुखार हैं और आप अंग्रेजी दवाई नहीं लेना चाहते हैं , तो आप Coriander seeds tea भी ले सकते हैं। ये बुखार ठीक करने में बहुत कारगार हैं। इसमें vitamins और phytonutrients होते हैं , जो पाचन तंत्र को तंदरुस्त करते हैं और एंटीबायोटिक गुण होने की वजह से त्वचा भी अच्छी करता हैं। धनिये की चाय बनाना भी कोई मुश्किल काम नहीं हैं। आप आराम से इसको अपने घर में बना सकते हैं।

एक ग्लास में एक चम्मच धनिया डालकर इसको अच्छे से पका ले। जब ये पक कर आधा हो जाये , तो इसमें शक्कर और दूध मिला ले। अब ये पीने के लिए बिलकुल तैयार हैं। एक बात का ध्यान रहे , कि धनिया पानी में अच्छी तरह से पक जाना चाहिए।

तुलसी का आयुर्वेदिक काढ़ा:

तुलसी के फ़ायदे कितने होते हैं , ये हमे आपको बताने की जरूरत नहीं हैं। तुलसी में वो सब गुण पाए जाते हैं , जो बुखार के साथ-साथ दूसरी Bimari को भी ठीक करने के काम आते हैं। जैसे- anti-bacterial, germicidal, anti-biotic और fungicidal properties। ये सभी मानव-शरीर को ठीक करने में बहुत कारगर होती हैं। अगर आप सर्दी जुकाम, सर दर्द और खांसी या फिर बुखार से ग्रसित हैं , तो आपको तुलसी का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।

तुलसी का काढ़ा बनाने के लिए 20-30 तुलसी के पत्ते तोड़ ले और 1 लीटर पानी में अच्छी तरह से पका ले। जब ये दोनों चीज़े अच्छी तरह से पाक जाये , तो इसमें 1 चम्मच लौंग का पाउडर भी मिला दे। अब इसको तब तक उबाले जब तक ये सभी पानी में पककर आधी ना हो जाये। इसको ठंडा करे और फिर धीरे-धीरे पिए। ये बुखार, खांसी, जुकाम को ठीक करने के लिए रामबाण उपाय हैं। और काफी दिन तक बुखार शरीर में आने भी नहीं देता हैं।

बुखार के लिए लहसुन की दवा

ये बात बहुत कम लोगो को पता होती हैं , कि लहसुन बुखार में बहुत ज्यादा फायदेमंद होती हैं। अगर 5 लहसुन की कलियाँ को देसी घी में अच्छे से फ्राई करके , बुखार के रोगी को खिला दे , तो थोड़ी ही देर में बुखार उतर जाएगा। ये एक आयुर्वेदिक उपचार हैं , जो बहुत सालो से चलता आ रहा हैं।

तेज बुखार में पानी की पट्टी रखे

जब आपको तेज बुखार होता हैं , तो आपके शरीर का तापमान बहुत आधिक बढ़ जाता हैं। ऐसे में अगर आप सिर पर ठन्डे पानी की पट्टी रखे , तो तापमान नियंत्रित हो जाता हैं और बुखार भी उतर जाता हैं। यह उपाय आज भी बहुत कारगार साबित होता है।

निष्कर्ष Or Disclaimer:

हम उम्मीद करते हैं , कि आपको ऊपर बताई गयी ” बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम ” की जानकारी अच्छे से मिल गई होगी। अगर आप मेडिकल स्टोर पर इन्हें लेने जाये , तो इससे पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर कर ले। आयुर्वेदिक उपचार करने के बाद 1-2 घंटे तक पानी ना पिए। हमने इस आर्टिकल में आपको Bukhar ki medicine tablets or बुखार की अंग्रेजी दवा का नाम और आसर्दायिक आयुर्वेदिक उपचार बता दिए हैं। 


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