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Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai ( मराठी भाषा कि लिपि क्या होती है ? ) – आज के लेख का विषय है।
मराठी भाषा की लिपि क्या है ? के साथ-साथ आज हम आपको मराठी भाषा के इतिहास के बारे में भी बताएंगे। यदि आप भी मराठी भाषा के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो इस लेख के साथ बने रहिए। तो चलिए जानते हैं – Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai
मराठी भाषा की लिपि क्या है | Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai
मराठी भाषा की लिपि ” देवनागरी ” लिपि है। देवनागरी लिपि पूरे संसार की सबसे प्राचीन लिपि है। इस लिपि में अनेक भारतीय भाषाओं के साथ विदेशी भाषाएं भी लिखी जाती है।
कुछ भाषाएं निम्न है :- संस्कृत, मराठी, सिंधी, कोंकणी, हिंदी, पाली, कश्मीरी, डोगरी, हरियाणवी, नेपाली।
हिंदी भाषा की कई बोलियां ( Boli Kise Kahate Hain ) और स्थानीय भाषा जैसे गढ़वाली, बोडो बृज, मगही ,भोजपुरी, मैथिली संथाली, राजस्थानी बघेली भाषा भी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है।
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देवनागरी लिपि क्या है ? | Devnagri Lipi Kya Hai
Devnagri Lipi Kya Hai : देवनागरी लिपि एक भारतीय लिपि है, जिसमें अनेक भाषाएं लिखी जाती है। यह बाएं से दायें लिखी जाती है। इसकी पहचान क्षैतिज रेखा से है, जिसे ‘ शिरोरेखा ‘ कहते हैं। देवनागरी लिपि दक्षिण एशिया के 175 से अधिक भाषाओं को लिखने के लिए प्रयुक्त हो रही है।
देवनागरी लिपि का विकास ब्राह्मी लिपि से हुआ है। यह एक ध्वन्यात्मक लिपि है, जो प्रचलित लिपियाँ जैसे ? रोमन, अरबी, चीनी आदि में सबसे वैज्ञानिक है। भारत की कई लिपि में देवनागरी लिपि से बहुत मिलती जुलती है। जैसे : बंगाली, गुजराती, गुरुमुखी, आदि।
भारतीय भाषाओं के किसी भी शब्द या ध्वनि को देवनागरी लिपि में जिओ का तो लिख सकते हैं और फिर उस लिखे पाठ को लगभग एक जैसे उच्चारण भी किया जा सकता है।
भारत की तथा एशिया की उनकी लिपियों के संकेत देवनागरी से अलग हैं, परंतु उच्चारण व वर्ण, कर्म आदि देवनागरी के ही समान है। देवनागरी लेखन की दृष्टि से सरल सौंदर्य की दृष्टि से सुंदर और वाचन की दृष्टि से सुपाठ्य है।
मराठी भाषा का इतिहास | History Of Devnagri Lipi
ऊपर हमने आपको मराठी भाषा की लिपि ( Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai ) के बारे में बताया – साथ ही देवनागरी लिपि क्या है ? के बारे में बताया। तो चलिए, अब देवनागरी लिपि के इतिहास ( History Of Devnagri Lipi ) के बारे में जानते हैं।
मराठी भाषा पश्चिम भारत में बोली जाने वाली एक प्रमुख भाषा है। यह महाराष्ट्र की राजकीय भाषा है। मराठी महाराष्ट्र के अतिरिक्त गोवा में भी बड़ी संख्या में बोली जाती है। भाषाई परिवार के स्तर पर मराठी एक आर्यभाषा भाषा है, जिसका विकास संस्कृत से अपभ्रंश तक का सफर पूरा होने के बाद आरंभ हुआ।
मातृ भाषाओं की संख्या के आधार पर मराठी भाषा विश्व में 15वें और भारत में चौथे स्थान पर है। मराठी बोलने वालों की कुल संख्या लगभग 9 करोड़ है। यह भाषा 900 ईसवी से प्रचलन में है, और यह भी हिंदी के सामान्य संस्कृत आधारित भाषा है।
1966 में मराठी भाषा को महाराष्ट्र की राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया गया। इसे बोलने का मानक रूप पुणे शहर की बोली है। हमारे अनुसार अब आपको मराठी भाषा का मूल ज्ञान हो चुका होगा और इस भाषा के बारे मे सारी जरुरी बातें पता चल गई होगी।
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अंतिम विचार :
आज हमने आपको मराठी भाषा की लिपि ( Marathi Bhasha Ki Lipi Kya Hai ) और उससे संबंधित सारी जानकारी देने का प्रयास किया है। और हमें उम्मीद है, आपने इससे जरूर कुछ सिखा होगा।
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