sangya kise kahate hain

संज्ञा किसे कहते हैं, संज्ञा के कितने भेद हैं – Sangya kise kahate hain

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संज्ञा किसे कहते हैं संज्ञा के कितने भेद हैं – Sangya kise kahate hain 

हिंदी व्याकरण का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न होता है, कि Sangya kise kahate hain संज्ञा के बारे में विद्यार्थियों को छोटी कक्षा में ही पढ़ा दिया जाता है, लेकिन इसके बावजूद कई विद्यार्थी ऐसे भी हैं, जिन्हें संज्ञा के बारे में ज्यादा जानकारी मालूम नहीं हैं |

इसी वजह से हमने सोचा क्यों ना आज इस लेख के जरिए विद्यार्थियों को Sangya kise kahate hain बताएं, ताकि उन्हें इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके |

हिंदी व्याकरण हिंदी भाषा का सबसे महत्वपूर्ण विषय है, इसी वजह से इस विषय को याद रखने से इसकी जानकारी प्राप्त नहीं हो सकती, बल्कि इस विषय को समझना बहुत जरूरी होता है |

आज विद्यार्थियों से यही अनुरोध है, कि वह संज्ञा के बारे में याद रखने के बजाय उसे समझने की कोशिश करें, ताकि आने वाले परीक्षाओं में अच्छे अंक प्राप्त हो सके | आज के इस लेख में हम जानेंगे, कि संज्ञा किसे कहते हैं ( Sangya kise kahate hain )  और संज्ञा के कितने भेद हैं।


संज्ञा किसे कहते हैं Or संज्ञा की परिभाषा – Sangya Kise Kahate Hain

संज्ञा – किसी भी वस्तु स्थान व्यक्ति गुण प्राणी जाति भाव इत्यादि के नाम को संज्ञा कहा जाता है | संज्ञा को और अच्छे से समझाने के लिए हम यहां आपको कुछ उदाहरण देते हैं | जैसे कि :-

वस्तुओं का नाम – पुस्तक, कुर्सी, मेज इत्यादि।

स्थानों के नाम – मुंबई, चेन्नई, पेरिस, कोलकाता इत्यादि।

व्यक्तियों के नाम – राम, विराट कोहली, धोनी इत्यादि।

प्राणियों के नाम – मोर, कुत्ते, हाथी, मेंढक, कबूतर आदि।

जाति के नाम – मानव, जानवर आदी।

भाव के नाम – दया, ईर्ष्या, खुशी, गम आदि।

गुणों के नाम – बेईमानी, धोखेबाजी, चतुराई, ईमानदारी आदि।

ऊपर बताए गए शब्दों यानी कि किसी के प्रति भाव गुण आदि को प्रकट करना Or किसी स्थान वस्तु या व्यक्ति का नाम बताना ही संज्ञा है।



संज्ञा के भेद – Sangya ke bhed in hindi

Sangya Ke Bhed In Hindi मुख्यता पांच प्रकार के होते हैं, आइए जानते हैं, किस संज्ञा के पांच भेद कौन-कौन से हैं।

1 . व्यक्तिवाचक संज्ञा

2 . भाववाचक संज्ञा

3 . जातिवाचक संज्ञा

4 . द्रव्यवाचक संज्ञा

5 . समूहवाचक संज्ञा


Sangya Ke Bhed In Hindi

1. व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते है ? | Vyakti Vachak Sangya Kise Kahate Hain

व्यक्तिवाचक संज्ञा :- जहां किसी विशेष व्यक्ति वस्तु या स्थान के बारे में बताया जाए, उसे संज्ञा कहते हैं | यानी की वैसे शब्द जो किसी खास व्यक्ति अस्थान या वस्तु के बारे में बताते हैं, उन्हें ही व्यक्तिवाचक संज्ञा कहा जाता है |

जैसे :- पुस्तक, कलम, कुर्सी आदि वस्तुएं है तथा मुंबई, कोलकाता आदि स्थान इसी तरह महात्मा गांधी, पूजा, धोनी आदि किसी व्यक्ति का नाम है | आइए इस बात को उदाहरण सहित और अच्छी तरह से समझते हैं।

  1. धोनी एक अच्छा बल्लेबाज है – व्यक्तिवाचक संज्ञा
  2. महात्मा गांधी को बापू कहा जाता है – व्यक्तिवाचक संज्ञा
  3. कोलकाता अच्छी जगह है – व्यक्तिवाचक संज्ञा
  4. यह पुस्तक मेरी है – व्यक्तिवाचक संज्ञा

ऊपर बताए गए वाक्यों में धोनी, महात्मा गांधी, कोलकाता, पुस्तक – व्यक्तिवाचक संज्ञा है, क्योंकि यह किसी विशेष व्यक्ति स्थान या वस्तु के बारे में बता रहा है।

2. भाववाचक संज्ञा किसे कहते है ? | Bhav Vachak Sangya Kise Kahate Hain

भाववाचक संज्ञा :- जहां किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान के गुण – दोष आदि के बारे में बताया जाए, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं | जैसे खुशी, दया, बुढ़ापा, घबराहट, इमानदारी, साहस आदि | आइए इसे उदाहरण सहित और अच्छी तरह से समझते हैं |

  1. श्याम बहुत ईमानदार लड़का है – भाववाचक संज्ञा
  2. पूजा आज बहुत खुश दिखाई दे रही है – भाववाचक संज्ञा
  3. आज का मौसम बहुत सुहाना है – भाववाचक संज्ञा
  4. दीया के दादा बूढ़े हो गए हैं – भाववाचक संज्ञा

ऊपर बताए गए वाक्यों में ईमानदार, खुश, सुहाना, बूढ़े आदि किसी विशेष व्यक्ति या स्थान के भाव को प्रकट कर रहे हैं | इसे ही भाववाचक संज्ञा कहा जाता है।

3. जातिवाचक संज्ञा किसे कहते है ? | Jativachak Sangya Kise Kahate Hain

जातिवाचक संज्ञा :- जब किसी खास व्यक्ति, वस्तु, स्थान या प्राणी के बारे में ना कहकर बल्कि पूरी जाति वर्ग या श्रेणी के बारे में कहा जाए, तो उसे जातिवाचक संज्ञा कहा जाता है | जैसे कि सांप, पहाड़, देश, नदियां, कुत्ता, पक्षी आदि | आइए इसे उदाहरण सहित और अच्छी तरह से समझते हैं |

  1. कुत्ते भौंक रहे हैं – जातिवाचक संज्ञा
  2. पुस्तके मेज पर रखी है – जातिवाचक संज्ञा
  3. वह शहर कितना सुंदर है – जातिवाचक संज्ञा
  4. उस नदी का पानी कितना साफ है – जातिवाचक संज्ञा

ऊपर बताए गए वाक्यों में कुत्ते, पुस्तके, शहर और नदी जातिवाचक संज्ञा है, क्योंकि वह किसी विशेष व्यक्ति वस्तु या स्थान के बारे में नहीं बता रहा बल्कि वह पूरी जाति या श्रेणी वर्ग के बारे में बात कर रहा है |

यदि हम नदी के जगह किसी विशेष नदी का नाम लिखते, तो वह व्यक्तिवाचक संज्ञा के अंतर्गत आता परंतु यहां हम किसी विशेष नदी का नाम ना लिखकर कोई भी नदी के बारे में बात कह रहे है, इसलिए यह जातिवाचक संज्ञा होगा।

4. द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते है ? | Dravya Vachak Sangya Kise Kahate Hain

द्रव्यवाचक संज्ञा :- जब किसी द्रव्य पदार्थ के बारे में बात किया जाता है, यानी जिसे हम आसानी से नाप या तोल सकते हैं या फिर उसे गिन सकते हैं, तो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहा जाता है | जैसे की दाल, चावल, सोना, लकड़ी, दूध, चांदी आदि | आइए इसे उदाहरण सहित और अच्छी तरह से समझते हैं।

  1. वह सोने का हार बेहद खूबसूरत है – द्रव्यवाचक संज्ञा
  2. पायल को दूध पीना अच्छा लगता है – द्रव्यवाचक संज्ञा
  3. चाय में चीनी ज्यादा है – द्रव्यवाचक संज्ञा
  4. राम को आम सेब आदि पसंद है – द्रव्यवाचक संज्ञा

ऊपर बताए गए वाक्यों में सोना, दूध, चीनी, आम, सेब आदि द्रव्यवाचक संज्ञा है, क्योंकि इन्हें आसानी से गिना तोला व नापा जा सकता है | जैसे सोने को कैरेट में डाल सकते हैं, दूध को लीटर में और आम व सेब को दर्जन के अनुसार डाला जा सकता है।

5. समूहवाचक संज्ञा किसे कहते है ? | 

समूहवाचक संज्ञा :- जब एक ही तरह के व्यक्ति या वस्तु आदि के समूह का बोध होता है, तो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं | यानि जब भी किसी वाक्य में कोई बहुत बड़ा समुदाय या संस्थान की बात की जाती है, जहां बहुत सारी वस्तु या लोग इकट्ठे हो तो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं | जैसे कि भीड़, सेना, दल, परिवार, झुंड, गुच्छा, कक्षा आदि | उदाहरण सहित और अच्छी तरह से समझते हैं।

  1. रेलवे स्टेशन पर अक्सर भीड़ जमा होती है – समूहवाचक संज्ञा
  2. अंगूर का गुच्छा काफी स्वादिष्ट लग रहा है – समूहवाचक संज्ञा
  3. रोड पर बहुत भीड़ जमा है – समूहवाचक संज्ञा
  4. श्याम का परिवार अच्छा है – समूहवाचक संज्ञा

ऊपर बताए गए वाक्यों में भीड़, गुच्छा, परिवार – किसी इकट्ठे लोगों या वस्तु की बात कर रहे हैं | जहां एक से ज्यादा लोग या वस्तु मौजूद हो उसे ही समूहवाचक संज्ञा कहा जाता है।

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अन्तिम शब्द :

मुझे उम्मीद है, कि आज का यह लेख Sangya Kise Kahate Hain, Sangya Ke Bhed In Hindi सभी विद्यार्थियों के लिए बेहद फायदेमंद रहा होगा और उन्हें आज का यह लेख पढ़कर संज्ञा के बारे में पूरी जानकारी भी प्राप्त हो गई होगी।

लेकिन इसके बावजूद यदि विद्यार्थियों को संज्ञा से संबंधित कोई सवाल या जानकारी जननी हो, तो कमेंट करके पूछ सकते हैं। हम विद्यार्थियों से अनुरोध करते हैं, कि वे ज्यादा से ज्यादा इस लेख को शेयर करें, ताकि प्रत्येक विद्यार्थियों को संज्ञा के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके।

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