Contents
Bharat ka samvidhan kab lagu hua tha: भारत का संविधान भारत की सबसे महत्वपूर्ण और खास चीज है। भारत के संविधान की पूरे विश्व भर में विख्यात है। भारत के संविधान के बारे में अधिकतर बातें तो हम सभी जानते होंगे। लेकिन कुछ ऐसी बातें भी हैं, जिनके बारे में आपको नहीं पता होगा।
आज के इस लेख में हम आपको भारत के संविधान के बारे में कुछ ऐसी ही बातें बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद ही आपने पहले कभी सुना होगा। साथ ही साथ आज के आर्टिकल में हमें अभी जानेंगे, कि ” भारत का संविधान कब लागू हुआ था “। तो चलिए शुरू करते हैं।
भारत का संविधान कब लागू हुआ था
भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। भारत में हर साल 26 नवंबर के दिन संविधान दिवस मनाया जाता है। हालांकि पहले इसको राष्ट्रीय कानून दिवस (National law day) के नाम पर मनाने की इच्छा जाहिर की गई थी, लेकिन वक्त के साथ इसे संविधान दिवस के नाम से ही जाना जाने लगा।
वास्तव में इस दिन की काफी अहमियत है, क्योंकि 26 नवंबर 1949 में ही भारत का संविधान स्वीकार हुआ था। हालांकि 26 जनवरी 1950 से भारत का संविधान लागू हुआ था। लेकिन उससे दो महीने पहले 26 नवंबर 1949 को संविधान बनाने वाली सभा ( Constitution Assembly ) ने कई चर्चाओं और संशोधनों के बाद आखिरकार संविधान को अंगीकार किया था।
26 नवंबर को पहले कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था। इसके पीछे की कहानी यह है, कि 1930 में कांग्रेस लाहौर सम्मेलन में पूर्ण स्वराज की प्रतिज्ञा को पास किया गया था, और इसी दिन को याद करते हुए कानून दिवस मनाया जाता रहा है।
तो चलिए अब हम संविधान के इतिहास के बारे में भी थोड़ा बहुत जान लेते हैं।
क्यों मनाया जाता है- संविधान दिवस
संविधान दिवस मनाने का मुख्य कारण यही है, कि आम लोगों के बीच में संविधान के प्रति जागरूकता उजागर हो। भारतीय नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाने और संवैधानिक मूल्यों का प्रचार करने के लिए ही संविधान दिवस मनाने का फैसला किया था। क्योंकि भारत का संविधान इस दिन स्वीकार हुआ था, इसलिए सामाजिक न्याय मंत्रालय द्वारा 19 नवंबर 2015 को यह फैसला लिया गया था, कि 26 नवंबर को भारत सरकार संविधान दिवस के रूप में मनाए जाने की परंपरा शुरू करेगी।
दरअसल साल 2015 में ही भीमराव अंबेडकर जी की 125 वीं जयंती थी। अंबेडकर जी की 125 वीं जयंती को यादगार बनाने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 November को यह ऐलान किया, कि 26 नवंबर संविधान दिवस के रूप में हर साल मनाया जाएगा।
2 महीने बाद क्यों लागू हुआ था संविधान
दोस्तों, हम सभी के मन में यह प्रश्न उठता है, कि अगर भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हो गया था और स्वीकृत हो गया था, तो फिर इसे लागू करने के लिए 2 महीने क्यों लगे ? भारत के संविधान को 26 जनवरी 1950 में क्यों लागू किया गया ? 2 महीनों का वक्त आखिर क्यों लिया गया ?
दोस्तों, 2 महीने के अंतराल के बारे में यह कहा जाता है कि उन 2 महीनों में भारत के संविधान अच्छी तरह से पाठ किया गया तथा उसका अंग्रेजी भाषा में अनुवाद किया गया। दिलचस्प बात तो यह है कि भारत के संविधान को पूरी तरह से अपनाए जाने से पहले संविधान सभा ने दो साल 11 महीने और 18 दिन के समय में 166 बार मुलाकात की थी।
संविधान और उसका महत्व
दोस्तों, भारत के संविधान की बात हो और डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का नाम ना लिया जाए, यह तो हो ही नहीं सकता। संविधान दिवस मनाने का भी मुख्य कारण डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को श्रद्धांजलि देना ही है। दरअसल भारत का संविधान सिद्धांतों और दृष्टांतओं का लेखा-जोखा है। संविधान के आधार पर ही देश की सरकार और नागरिकों के लिए मौलिक राजनीतिक सिद्धांत, प्रक्रियाएं, अधिकार, दिशा निर्देश, प्रतिबंध और कर्तव्य आदि तय होते हैं।
भारत का संविधान अद्भुत है, जो भारत को संप्रभु, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी, लोकतांत्रिक गणतंत्र घोषित करता है और अपने नागरिकों के लिए समानता, स्वतंत्रता और न्याय देने का पूरा प्रावधान रखता है।
संविधान के बारे में अद्भुत तथ्य
आइए, हम भारत के संविधान से जुड़े सात ऐसे तथ्यों के बारे में जानते हैं, जिनके बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा।
- 9 दिसंबर 1946 को संविधान निर्माण के लिए संविधान सभा द्वारा पहली मुलाकात की गई थी।
- संविधान अंग्रेज़ी भाषा और हिंदी भाषा, दोनों में लिखा गया है। English में हस्तलिखित मूल संविधान में कुल 1,17,369 शब्दों में 444 आर्टिकल, 12 शेड्यूल और 115 संशोधन लिखे गए हैं।
- अंग्रेज़ी भाषा में इसे सुंदर कैलिग्राफी में हाथ से लिखने का कार्य प्रेमबिहारी नारायण रायज़ादा ने 6 महीनों में पूरा किया था। जबकि हिंदी भाषा में वसंत कृष्ण वैद्य ने अपने हांथो से लिखा था। नंदलाल बोस द्वारा संविधान के पन्नों पर चित्रांकन किया गया था।
- संविधान की ये ओरिजनल हस्तलिखित कॉपियां संसद भवन की लाइब्रेरी में एक खास हीलियम केस में रखी गई हैं। जिससे इसे ज्यादा समय तक के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है।
- संविधान के पहले ड्राफ्ट में 2000 से ज़्यादा संशोधन किए गए थे और फाइनल ड्राफ्ट 26 नवंबर 1949 को तैयार हुआ था।
- जनवरी 2019 तक भारत के संविधान में कुल 103 संशोधन किए गए, जबकि संविधान लागू होने के पहले 62 वर्षों में केवल 94 संशोधन गए थे।
- 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा ने हाथ से लिखी गई संविधान के दो कॉपियों पर संसद भवन के सेंट्रल हॉल में दस्तखत किए थे।
Watch This :
निष्कर्ष
तो दोस्तों, आज हमने आपको ” भारत का संविधान कब लागू हुआ था ” OR भारत के संविधान के बारे में कई जानकारी दी। दोस्तों भारत का संविधान बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार अदा करता है। भारत का संविधान भारत के सभी नागरिकों में एक समानता रखने का वादा करता है।
Dr Bhimrao Ambedkar और उनकी टीम ने मिलकर भारत का संविधान बहुत ही सोच समझ कर वह अलग अलग देशों के कानूनों को समझकर किया था।
दोस्तों हमें हमेशा अपने भारतीय संविधान का पालन करना चाहिए और कभी भी किसी गैर कानूनी कार्य में सम्मिलित नहीं होना चाहिए।
उम्मीद करते हैं, कि अब आप भारतीय संविधान के बारे में सभी महत्वपूर्ण बातें जान गए होंगे। आज हमने आपको भारत के संविधान के बारे में 7 ऐसे तथ्य भी बताएं, जो कि शायद आपने पहले कभी नहीं सुने होंगे। उम्मीद करते हैं कि आपको आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा। धन्यवाद।
Read Also:-