Contents
Surah Mulk in Hindi
हुज़ूर मोहम्मद मुस्तफ़ा अल्ल्लाहु सल्ललाहु तआला अलैही व्सल्लम ने फ़रमाया है, सुरह मुल्क क़ुरान की 30 आस्तों से मिल कर बनी एक सूरत है और जो भी इंसान इस सूरत को पढ़ेगा, उसके गुनाह मुआफ़ कर दिए जाएंगे। इस सुरत का पूरा नाम सूरत तबा-र कल्लज़ी बि-यदिहिल मुल्क है।
Surah Mulk in Hindi | Surah Mulk Hindi Mein
- तबा – रकल्लज़ी बि – यदिहिल – मुल्कु व हु – व अ़ला कुल्लि शैइन् क़दीर
वो जो अल्लाह पाक हैं, वो बे-शक पूरी कायनात के बादशाह हैं, वो बड़ी बरकत करने वाले हैं और वो ही हैं, जो हर शह पर क़ादिर हैं।
- अल्लज़ी ख–ल–क़ल–मौ–त वल्हया–त लि–यब्लु–वकुम् अय्युकुम् अहसनु अ़–मलन , व हुवल् अ़जीजुल–गफूर
वो जिस ने ज़िंदगी बनाई, मौत बनाई और फिर तुम्हें पैदा किया और दुनिया में भेजा, ताकि तुम्हें आज़मा सके कि तुम में से कौन ईमानदारी से कम करता है। उस का क़ाबू हर चीज़ पर है और वो मुआफ़ करने वाला है।
- अल्लज़ी ख़ – ल – क़ सब् – अ़ समावातिन् तिबाकन् , मा तरा फी ख़ल्किर्रह्मानि मिन् तफावुतिन् , फर्जिअ़िल् – ब – स – र हल् तरा मिन् फुतूर
ए इंसान क्या तुझे ख़ुदा बनाए, आसमान में कोई कमी कोई दरार नज़र आती है ? ज़रा नज़र उठा कर देख, अल्लाह ने सात आसमान बना दिए, क्या तुझे उस आल्हा की बनाई चीजों में कोई कसर नज़र आती है।
- सुम्मरजिअिल् – ब – स – र कर्रतैनि यन्क़लिब इलैकल् – ब – सरु ख़ासिअंव् – व हु – व हसीर
एक दफ़ा और उठा अपनी नज़रों को और देख तेरी नज़र हर बार हर दफ़ा नाकाम हो कर तेरी तरफ़ लौट आएगी।
- व ल – क़द् ज़य्यन्नस्समाअद् – दुन्या बि – मसाबी – ह व ज – अ़ल्नाहा रुजूमल् – लिश्शयातीनि व अअ्तद्ना लहुम् अ़ज़ाबस्सअ़ीर
अल्लाह पाक ने आसमान को सितारों से इस तरह रौशन किया जिस तरह एक दिया रोशनी करता है। और अल्लाह पाक ने उनको शैतानों के मारने का आला बनाया।
- व लिल्लज़ी – न क – फ़रू बिरब्बिहिम् अ़ज़ाबु जहन्न – म , व बिअ्सल – मसीर
जो इंसान अल्लाह पाक की बात नहीं मानता या नाफ़रमानी करता है उस के लिए जहन्नम का अज़ाब बहुत ज़ियादा मुश्किल होगा।
- इज़ा उल्कू फ़ीहा समिअू लहा शहीकंव् – व हि – य तफूर
जब इंसान को जहन्नम में डाला जाएगा तो जहन्नम की आग बहुत जोश मार रही होगी।
- तकादु त – मय्यजु मिनल् – गै़ज़ि , कुल्लमा उल्कि – य फ़ीहा फौ़जुन् स – अ – लहुम् ख़ – ज़ – नतुहा अलम् यअ्तिकुम नज़ीर
यहाँ तक कि जहन्नम जोश के मारे फट पड़ेगी और जब जहन्नम में इंसान को डाल जाएगा तो इंसान से जहन्नम का दरोगा यह सवाल पूछेगा कि ए इंसान क्या तुम्हारे पास कोई ऐसा पैग़म्बर नहीं आया था जिस ने तुम्हें डराया हो ताकि तुम गुनाह न करो।
- कालू बला क़द् जा – अना नज़ीरुन् , फ़ – कज़्ज़ब्ना व कुल्ना मा नज़्ज़लल्लाहु मिन् शैइन् इन् अन्तुम् इल्ला फ़ी ज़लालिन् कबीर
इंसान कहेगा कि हाँ हमारे पास ऐसे पैग़म्बर आये थे जिन्होंने हमें गुनाह से अज़ाब ने और डर से वाकिफ़ भी करवाया था लेकिन हम ने उन से झूठ बोल दिया कि अल्लाह पाक ने तो कुछ ऐसा नाज़िल ही नहीं किया।
- व का़लू लौ कुन्ना नस्मअु औ नअ्कि लु मा कुन्ना फी असहाबिस्सअ़ीर
इंसान ये भी कहेगा कि अगर हम हमारे पैग़म्बर की बात सुनते समझते और मन लेते तो आज हम दोज़ख में न होते।
- फ़ अ –त– रफू बिज़म्बिहिम् फ़ – सुह्क़ल् – लि – अस्हाबिस् – सअ़ीर
जब इंसान अपने गुनाह का इक़रार कर लेगा तो उस को अल्लाह पाक की रहमत से दूरी होगी।
- इन्नल्लज़ी – न यख़्शौ – न रब्बहुम् बिल्गै़बि लहुम् मग्फ़ि – रतुंव् – व अजरुन् कबीर
इस बात में कोई शक नहीं है कि जो इंसान अपने ख़ुदा से बेदेखे डरता है उन के वास्ते मग़फेरत और बड़ा भारी अज्र है।
- व असिर्रू कौ़लकुम् अविज् – हरू बिही , इन्नहू अ़लीमुम् बिज़ातिस्सुदूर
तुम अपनी बातें छिप छिपा कर कहो या खुलेआम कहो अल्लाह पाक को सब पता चलता है। अल्लाह पाक दिलों के राज़ जानता है।
- अला यअ्लमु मन् ख़ – ल – क़ , व हुवल् – लतीफुल – ख़बीर
जिस अल्लाह ने तुम्हें पैदा किया वो बेख़बर है और वह तो बड़ा बारीकबीन वाक़िफ़कार है।
- हुवल्लज़ी ज – अ़ – ल लकुमुल् – अर् – ज़ ज़लूलन् फम्शू फ़ी मनाकिबिहा व कुलू मिर्रिजक़िही , व इलैहिन् – नुशूर
अल्लाह पाक ही हैं जिन्होंने ज़मीन को इंसानों के लिए नरम कर दिया और तुम्हें रोज़ी रोटी से नवाज़ा।
- अ – अमिन्तुम् मन् फिस्समा – इ अंय्यख़्सि – फ़ बिकुमुल् – अर् – ज़ फ़ – इज़ा हि – य तमूर
एक दिन तो सभी को क़ब्र से उठ कर अल्लाह के पास ही जाना है ।वो ज़ात जो आसमानों पर हक़ूमत करती है तुम लोग उस ज़ात से और मौत के डर से बे-ख़ौफ़ हो।
- अम् अमिन्तुम् मन् फिस्समा – इ अंय्युर्सि – ल अ़लैकुम् हासिबन् , फ़ – सतअ्लमू – न कै – फ़ नज़ीर
या फिर तुम सब लोग इस बात से बे-ख़ौफ़ हो कि वो ख़ुदा जो आसमान पर हक़ूमत करता है वो तुम पर पथ्थर भरी आँधी चलाए तो तुम्हें अनक़रीेब ही मालूम हो जाएगा कि तुम्हारा डराना कैसा है।
- व ल – क़द् कज़्ज़ – बल्लज़ी – न मिन् क़ब्लिहिम् फ़कै – फ़ का – न नकीर
जो इंसान तुम से पहले थे उन्होंने अल्लाह पाक की रहमत को झुठलाया था तो देख लो आल्हा की ना ख़ुशी कैसी थी।
- अ – व लम् यरौ इलत्तैरि फौ़क़हुम् साफ्फ़ातिंव् – व यक्बिज् – न • मा युम्सिकुहुन् – न इल्लर्रह्मानु , इन्नहू बिकुल्लि शैइम् – बसीर
चिड़िया को आसमान में उड़ते हुए नहीं देखा था क्या उन इंसानों ने। वो चिड़या जो अपने परों को फैलाये रहती है और फिर समेट लेती है कि अल्लाह पाक के अलावा कोई उसे रोक नहीं सकता । बे-शक अल्लाह पाक हर एक चीज़ को देख रहा है।
- अम्मन् हाज़ल्लज़ी हु – व जुन्दुल् – लकुम् यन्सुरुकुम् मिन् दूनिर्रह्मानि , इनिल् – काफ़िरू – न इल्ला फी गुरूर
बताओ अल्लाह के अलावा कौन है जो मुश्किल हालात में तुम लोगों की मदद कर सके। जो काफ़िर हैं वो तो धोके में हैं लेकिन अगर अल्लाह पाक अपनी दी हुई रोज़ी रोटी रोक ले तो कोन है जो तुम्हें रिज़क दे सकता है।
- अम् – मन् हाज़ल्लज़ी यरजुकुकुम् इन् अम् – स – क रिज़्क़हु बल् – लज्जू फ़ी अुतुव्विंव्व – व नुफूर
लेकिन जो काफ़िर हैं वो बस अपनी नफ़रत के भवँर में फसे हुए हैं जो शख़्स अपने मुंह के बल चले वो भी इन से ज़ियादा समझदार होगा।
- अ – फ़मंय्यम्शी मुकिब्बन् अ़ला वज्हिही अह्दा अम् – मंय्यम्शी सविय्यन् अ़ला सिरातिम् – मुसतक़ीम
या फिर वह इंसान जो सीधा सीधा बराबर अपने रास्ते पर चल रहा हो । रसूल अल्लाह आप कह दीजिए कि अल्लाह तो वो ही है जिस ने आप को भी पैदा फ़रमाया है।
- कुल् हुवल्लज़ी अन्श – अकुम् व ज – अ़ल लकुमुस्सम् – अ़ वल्अब्सा – र वल् – अफ़इ – द – त , क़लीलम् – मा तश्कुरून
अल्लाह ने इंसानों को आँख दी कान दिए और तुम्हारा दिल बनाया लेकिन फिर भी तुम उस अल्लाह का बहुत कम शुक्रिया अदा करते हो।
- कुल् हुवल्लज़ी ज़ – र – अकुम् फ़िल्अर्जि व इलैहि तुह्शरून
अल्लाह-पाक ही है जिस ने तुम लोगों को ज़मीन में फैला दिया और एक दिन उस ही के सामने तुम लोगों को जमा किया जाएगा ।
- व यकूलू – न मता हाज़ल् – वअ्दु इन् कुन्तुम् सादिक़ीन
और काफ़िर कहते हैं कि अगर तुम लोग सच बोल रहे हो तो आख़िरकार ये वायदा कब पूरा होगा।
- कुल इन्नमल् – अ़िल्मु अिन्दल्लाहि व इन्नमा अ – न नज़ीरुम् – मुबीन
रसूल आल्हा आप दुनिया को बता दीजिए कि इस बात का इल्म तो बस अल्लाह ही को है और इंसान को उस के अज़ाब से डरना चाहिए।
- फ़ – लम्मा रऔहु जुल्फ़ – तन् सी – अत् वुजूहुल्लज़ी – न क – फ़रू व की – ल हाज़ल्लज़ी कुन्तुम् बिही तद्द – अून
जिस दिन ये क़ाफ़िर अल्लाह पाक को क़रीब से देख लेंगे उस दिन डर के मारे इन काफ़िरों के चेहरे बिगड़ जाएँगे और तब उन को बताया जाएगा कि ये वो ही ख़ुदा है जिसे मानने से तुम इनकार करते थे।
- कुल् अ – रऐतुम् इन् अह़्ल – कनियल्लाहु व मम् – मअि – य औ रहि – मना फ़ – मंय्युजीरुल् – काफ़िरी – न मिन् अ़ज़ाबिन अलीम
रसूल अल्लाह आप सब को बता दीजिए कि अगर अल्लाह मोमिनों को हलाक कर दे या मोमिनों पर रहम फरमाए तो काफ़िरों को दर्दनाक अज़ाब से कौन पनाह देगा।
- कुल् हुवर् – रह्मानु आमन्ना बिही व अ़लैहि तवक्कलना फ़ – स – तअ्लमू – न मन् हु – व फी ज़लालिम् – मुबीन
अल्लाह ही है जो बहुत रहम करने वाला है जिस पर मोमिन ईमान ले कर आएँ हैं और मोमिनों ने तो उस ही पर भरोसा किया है। महशर के रोज़ तुम्हें मालूम हो जाएगा कि हम में से कोन सही राह पर है और कौन गुमराही के रास्ते पर है।
- कुल् अ – रऐतुम् इन् अस्ब – ह मा – उकुम् गौरन् फ़ – मंय्यअ्तीकुम् बिमाइम् – मअ़ीन
रसूल अल्लाह आप लोगों को बता दीजिए कि देखो अगर तुम्हारा पानी ज़मीन के अन्दर चला जाए तो अल्लाह पाक के अलावा कौन ऐसा है जो तुम लोगों तक पानी पोहचा सके।
Surah Mulk के फ़ायदे | Surah Mulk In Hindi
हुज़ूर मोहम्मद मुस्तफ़ा अल्ल्लाहु सल्ललाहु तआला अलैही वसल्लम ने बताया है, कि जो भी इस सूरत को हर रात सोने से पहले पढ़ेगा वो क़ब्र के अज़ाब से बचा रहेगा।
साथ ही हम आप को यह भी बता दें, कि इस सूरत के इतने फ़ायदे हैं, कि हुज़ूर मोहम्मद मुस्तफ़ा अल्ल्लाहु अलैही वसल्लम ख़ुद इस सूरत को हर रोज़ रात को सोने से पहले पढ़ कर सोते थे।
इस सूरत के लिए इमाम निसाई रहमतुल्ला अलैह ने हज़रत इब्ने मसूद से नकल कर के बताया है, कि ये सूरत इतनी फायदेमंद है, कि जो भी इंसान इस सूरत को पढ़ेगा, वो क़ब्र के अज़ाब से बचेगा और ये ही सूरत है, जो इंसान को क़ब्र से निजात दिला सकती है।
For More Info About Then Watch This :
Conclusion:
हमने कोशिश करी है, कि इस आर्टिकल में आप को बतला सकें Surah Mulk in Hindi.
हम उम्मीद करते हैं, आपको हमारी यह जानकारी ( Surah Mulk In Hindi ) अच्छी लगी होगी। अच्छी लगी तो अपने दोस्तों के शेयर जरूर करिए।