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अकबर का वित्त मंत्री कौन था | Akbar Ka Vitt Mantri Kaun Tha
भारत के इतिहास की बात की जाए और मुगलों की बात ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। यदि मुगलों की बात आती है, तो अकबर को कौन भूल सकता है ? हम सभी ने अकबर के बारे में कई बार सुना होगा।
अकबर भारत के इतिहास का एक अमूल्य अंग है। दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको अकबर के नौ रत्नों के बारे में और खासतौर पर उसके वित्त मंत्री के बारे में बताने जा रहे हैं।
अकबर का वित्त मंत्री कौन था | Akbar Ka Vitt Mantri Kaun Tha
अकबर के नवरत्नों में उनके वित्त मंत्री भी शामिल थे। अकबर के वित्त मंत्री का नाम था – राजा टोडरमल। राजा टोडरमल अकबर के बेहद करीबी थे। अकबर के शासनकाल में भूमि बंदोबस्त और मालगुजारी में जो महत्वपूर्ण सुधार किए गए थे, वह सब राजा टोडरमल द्वारा ही किए गए थे। उन्होंने ही सबसे पहले भूमि की पैमाइश की थी। राजा अकबर ने टोडरमल को आगरा की जिम्मेदारियां सौंप दी थी।
राजा टोडरमल की जीवनी ( Raja Todarmal Ki Jivani )
राजा टोडरमल का जन्म उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव में हुआ था। राजा टोडरमल के जन्म स्थान को लेकर कई विवाद है, लेकिन यह कहा जाता है, कि उनका जन्म उत्तर प्रदेश के सीतापुर में हुआ था। उत्तर प्रदेश के खत्री परिवार में टोडरमल का जन्म हुआ था। जब टोडरमल की आयु काफी कम थी, तभी उनके पिता का निधन हो गया था।
टोडरमल ने काफी कम समय में शेरशाह सूरी का मन जीत लिया था। टोडरमल शेरशाह सूरी के काफी खास बन गए। शेरशाह के अधीन काम करते हुए टोडरमल का प्रशासनिक कौशल और तेज हो गया था। और इसी कारण से 1582 में, इनको सम्राट द्वारा दीवान–ए–अशरफ की पदवी दी गई थी। टोडरमल से प्रसन्न होकर शेरशाह सूरी ने उनको पंजाब के रोहतक में एक नई किले का निर्माण करने के लिए भेज दिया था। वहां पर उन्होंने मुगलों से युद्ध किया | पंजाब में उन्हें मुगलों से भारी हार का सामना करना पड़ा। जिस कारण से सूरी साम्राज्य परास्त हो गया और टोडरमल को मुगलों की शरण में जाना पड़ा।
मुगलों में शामिल हो जाने के कुछ समय बाद ही टोडरमल अकबर के भी काफी खास हो गए। उन्होंने अपनी कला से सभी का दिल जीत लिया। अकबर टोडरमल से इस कदर प्रसन्न हो गए की उन्होंने टोडरमल को गुजरात के राज्यपाल का दर्जा दे दिया। राजा टोडरमल ने अपनी प्रतिभाओं का इस्तेमाल करते हुए गुजरात में काफी अच्छे काम किए। सभी लोग व गुजरात की जनता उन्हें काफी पसंद करते थे। राजा अकबर टोडरमल के प्रशासनिक हुनर को देखकर काफी प्रभावित हुए जिस कारण से अकबर ने आगे चलकर उन्हें अपना वित्त मंत्री नियुक्त किया।
टोडरमल के द्वारा किए गए कार्य :-
अकबर के वित्त मंत्री रहते हुए टोडरमल में कई बेहतरीन कार्य किए। जिसमें से सबसे ज्यादा उल्लेखनीय कार्य है :- नई राजस्व प्रणाली निर्माण , जो कि अब तक की सबसे अच्छी राजस्व प्रणाली मानी जाती है। और जिसकी प्रशंसा आज भी की जाती है।
वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने भू–राजस्व संग्रहण और मूल्यांकन को व्यवस्थित प्रक्रिया में बदल दिया। टोडरमल ने भूमि कर ढाँचे का पुनर्निर्माण किया और फसल की क्षति के लिए मुआवजे देने की शुरुआत की। उनकी व्यवस्था इतनी प्रभावी और आधुनिक थी, कि अन्य शासक और यहाँ तक कि अंग्रेजों ने भी इसका अनुसरण किया।
टोडरमल के वित्त मंत्री रहते हुए ही अकबर के कार्यकाल में राजस्व एकत्र करने की नई व्यवस्था शुरू की, जो कि जब्ती व्यवस्था या देह्सला व्यवस्था के नाम से जानी गई। इतना ही नहीं बल्कि 1582 में, इनको सम्राट द्वारा दीवान–ए–अशरफ की पदवी दी गई थी।
राजा टोडरमल ना केवल बेहतरीन मंत्री के बल्कि वह एक प्रतिभाशाली सैनिक व एक सेनापति भी थे। उन्होंने बंगाल में अफगानी बगदादओं को हराने के लिए राजा मानसिंह का साथ भी दिया था।
टोडरमल का निधन :-
राजा टोडरमल के 2 पुत्र थे, जिन्हें अकबर अपने पुत्रों की तरह ही प्रेम करते थे। उनके पुत्रों का नाम धारी और कल्याण दास था। उनका निधन 8 नवम्बर, 1589 को लाहौर में हुआ। उनका निधन अकबर के किले में हुआ, जहां पर उनके दोनों पुत्र धारी और कल्याण दास भी वहीं पर थे।
अकबर के नवरत् ( Akbar Ke Navratna ) :-
- बीरबल ( 1528 -1583 )
- अबुल फ़ज़ल ( 1551 – 1602 )
- टोडरमल
- तानसेन
- मानसिंह
- अब्दुर्रहीम ख़ानख़ाना.
- मुल्ला दो प्याज़ा
- हक़ीम हुमाम
- फैजी
निस्कर्ष :-
उम्मीद करते हैं, कि आपको यह आर्टिकल ( Akbar Ka Vitt Mantri Kaun tha ) पसंद आया होगा और इसमें लिखी गई सभी बातें आपको अच्छी तरह से समझ में आ गई होंगी।
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